योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (क्यूआईपी) अदानी समूह द्वारा इक्विटी बाजारों से 2.5 बिलियन डॉलर जुटाने के बाद पहला धन उगाहना था।
पिछले वर्ष फरवरी में शेयर बिक्री रद्द कर दी गई थी।
अडानी एनर्जी ने कहा कि इस निर्गम को भारत में पहली बार प्रवेश करने वाले उपयोगिता-केंद्रित अमेरिकी निवेशकों के साथ-साथ सॉवरेन वेल्थ फंड्स, भारतीय म्यूचुअल फंड्स और बीमा कंपनियों से बोलियां प्राप्त हुईं।
इसने निवेशकों के नामों का खुलासा नहीं किया।
रॉयटर्स ने पिछले सप्ताह बताया था कि निवेश फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स और सॉवरेन वेल्थ फंड अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी और कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ने शेयर बिक्री में निवेश किया है।
अडानी एनर्जी ने एक बयान में कहा, “क्यूआईपी में भारी मांग देखी गई और आधार सौदे के आकार से लगभग 6 गुना अधिक बोलियां प्राप्त हुईं।”
कंपनी ने कहा कि क्यूआईपी से प्राप्त राशि का उपयोग बिजली पारेषण परिसंपत्तियों, स्मार्ट मीटरिंग कारोबार में निवेश करने तथा ऋण चुकाने के लिए किया जाएगा।
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