मुकेश अंबानी ने 47वीं एजीएम को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं धन संचय के व्यवसाय में नहीं हूं’
रिलायंस इंडस्ट्रीज की 47वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में अपने भाषण में मुकेश अंबानी ने राष्ट्रीय हितों के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता पर जोर दिया और कहा कि रिलायंस अल्पकालिक लाभ या धन संचय के बजाय दीर्घकालिक मूल्य सृजन पर केंद्रित है।
उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था की उज्ज्वल तस्वीर पेश करते हुए कहा, ‘‘आज भारत वैश्विक आर्थिक व्यापार का सिर्फ एक वाहक ही नहीं बल्कि सबसे बड़े विकास इंजनों में से एक है…।’’
बैठक में अंबानी ने कहा, ”हम अल्पकालिक लाभ और धन संचय के व्यवसाय में नहीं हैं…हम देश के लिए धन और ऊर्जा सुरक्षा बनाने के व्यवसाय में हैं।” अंबानी ने शेयरधारकों को बताया कि रिलायंस भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए काम कर रही है और प्रौद्योगिकी का शुद्ध उत्पादक बन गई है।
उन्होंने यह भी कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का आगमन मानवता के सामने आने वाली जटिल चुनौतियों से निपटने के लिए नए अवसर प्रस्तुत करता है।
उन्होंने कहा, ”वित्त वर्ष 2023-2024 (FY24) में विभिन्न करों और शुल्कों के माध्यम से 1,86,440 करोड़ रुपये का योगदान करते हुए रिलायंस राष्ट्रीय खजाने में सबसे बड़ा योगदानकर्ता बना रहा।” उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में राष्ट्रीय खजाने में रिलायंस का योगदान 5.5 ट्रिलियन रुपये से अधिक हो गया है।
अंबानी ने कंपनी के लिए कुछ प्रमुख घोषणाएं और अनुमान भी व्यक्त किए, जिनमें रिलायंस जियो का लक्ष्य 100 मिलियन घरेलू ब्रॉडबैंड ग्राहकों को लक्षित करना, हर महीने 30 मिलियन नए ग्राहक जोड़ना, दुनिया की सबसे कम एआई इंफ़रेंसिंग लागत बनाना, गुजरात के जामनगर में गीगावाट-स्केल एआई-तैयार डेटा केंद्र स्थापित करना आदि शामिल हैं।
उन्होंने ‘जियो एआई क्लाउड वेलकम’ ऑफर की भी घोषणा की, जिसके तहत कंपनी जियो ग्राहकों को 100 जीबी मुफ्त क्लाउड स्टोरेज देगी।
यह आयोजन रिलायंस की पहली एजीएम है, क्योंकि अंबानी के बच्चों – ईशा, आकाश और अनंत – को दिसंबर 2023 में गैर-कार्यकारी निदेशकों के रूप में कंपनी में शामिल किया गया था।
वार्षिक आम बैठक से कुछ समय पहले, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने घोषणा की कि वह 5 सितंबर को होने वाली बोर्ड बैठक के दौरान शेयरधारकों को बोनस शेयर जारी करने पर विचार करेगी।