डीएनए: इटली में जी7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी की कूटनीतिक भागीदारी का विश्लेषण

डीएनए: इटली में जी7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी की कूटनीतिक भागीदारी का विश्लेषण

प्रधानमंत्री मोदी इटली में: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इटली के फसानो शहर में जी7 शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। इस शिखर सम्मेलन में भारत को अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इटली पहुंचने पर उनका स्वागत इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने किया। आज डीएनए में प्रत्यूष खरे प्रधानमंत्री मोदी की कूटनीतिक गतिविधियों और जी7 शिखर सम्मेलन जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की भूमिका का विश्लेषण कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी का तीसरे कार्यकाल का पहला विदेश दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीसरे कार्यकाल के पहले विदेश दौरे पर इटली पहुंचे। यूरोपीय संस्कृति से अलग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतालवी प्रधानमंत्री का अभिवादन स्वीकार किया। जॉर्जिया मेलोनी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच संक्षिप्त चर्चा हुई और उसके बाद फोटो सेशन हुआ।

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से भी मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन सभी नेताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया। मोदी ने विश्व नेताओं के साथ विभिन्न मुद्दों पर द्विपक्षीय चर्चा की। फ्रांस और ब्रिटेन के राष्ट्रपतियों के साथ बातचीत में संबंधों को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया।

यूक्रेन G7 में क्यों भाग ले रहा है?

यूक्रेन जी-7 का सदस्य नहीं है। यूक्रेन इस शिखर सम्मेलन में अतिथि देश के तौर पर भी हिस्सा ले रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ज़ेलेंस्की ने युद्ध का समाधान खोजने पर चर्चा की। ज़ेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को युद्ध की स्थिति के बारे में जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ज़ेलेंस्की से कहा कि शांति का रास्ता बातचीत और कूटनीति से होकर जाता है।

पीएम मोदी की बिडेन के साथ द्विपक्षीय वार्ता

बताया जा रहा है कि भारत अमेरिका और इटली के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से भी बात करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के साथ मोदी की मुलाकात पर सबकी निगाहें टिकी हैं। इटली पहुंचते ही प्रधानमंत्री ने अपना एजेंडा स्पष्ट किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि लक्ष्य वैश्विक चुनौतियों का समाधान करना और उज्जवल भविष्य के लिए सहयोग बढ़ाना होना चाहिए।

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