एनसीडी फंड जुटाने के लिए 2.65 गुना अधिक आवेदन मिलने से आईआरईडीए के शेयरों में 4% की बढ़ोतरी
बॉन्ड जारी करने में 500 करोड़ रुपये का बेस इश्यू और 1,000 करोड़ रुपये का ग्रीन शू ऑप्शन शामिल था। इस इश्यू को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली, जो 2.65 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि फंड 10 साल और 2 महीने की अवधि के लिए 7.44 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर पर जुटाए गए हैं।
इरेडा के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार दास ने कहा, “इस सफल पूंजी जुटाने से हम हरित ऊर्जा परियोजनाओं के वित्तपोषण में अपने प्रयासों को और मजबूत कर सकेंगे, जिससे 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन स्थापित क्षमता हासिल करने के भारत के लक्ष्य में योगदान मिलेगा।”
शुक्रवार को कंपनी ने यह भी कहा कि क्रेडिट रेटिंग एजेंसी केयर रेटिंग्स ने गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) इश्यू के लिए अपनी रेटिंग की समीक्षा की है और कंपनी के एनसीडी पर आईआरईडीए की रेटिंग को केयर एए+; ‘पॉजिटिव’ से अपग्रेड करके केयर एएए; ‘स्थिर’ कर दिया है।
हाल ही में कंपनी को FTSE ऑल वर्ल्ड इंडेक्स में भी शामिल किया गया है। FTSE ऑल-वर्ल्ड इंडेक्स एक अंतरराष्ट्रीय इक्विटी इंडेक्स है, जो दुनिया भर के विकसित और उभरते बाजारों के शेयरों पर नज़र रखता है।
राज्य के स्वामित्व वाली गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी ने 31 मार्च, 2024 को समाप्त चौथी तिमाही के लिए शुद्ध लाभ में साल-दर-साल 33 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 253.6 करोड़ रुपये की तुलना में शुद्ध लाभ 337.4 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी ने शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) में भी मजबूत वृद्धि दर्ज की, जो वित्त वर्ष 23 की इसी तिमाही में 356.4 करोड़ रुपये से 35.1 प्रतिशत बढ़कर 481.4 करोड़ रुपये हो गई। हालांकि, इस अवधि के लिए खर्च पिछले वर्ष के 747.93 करोड़ रुपये से बढ़कर 911.96 करोड़ रुपये हो गया।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अधीन कार्यरत इरेडा, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से संबंधित परियोजनाओं के साथ-साथ ऊर्जा दक्षता एवं संरक्षण पहलों को वित्तपोषित करता है।
12:06 बजे कंपनी का शेयर 2.08 प्रतिशत बढ़कर 191.75 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था। वहीं, बीएसई सेंसेक्स 0.14 प्रतिशत बढ़कर 77,320 के स्तर पर था।