सार्वजनिक क्षेत्र की आरईसी ने शनिवार को बताया कि जून तिमाही में उसका समेकित शुद्ध लाभ 16.57 प्रतिशत बढ़कर 3,460.19 करोड़ रुपये हो गया। यह मुख्य रूप से अधिक राजस्व के कारण हुआ।
कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि एक साल पहले इसी तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 2,968.05 करोड़ रुपये था।
कुल आय एक साल पहले इसी अवधि में 11,108.16 करोड़ रुपये से बढ़कर 13,092.44 करोड़ रुपये हो गई। व्यय एक साल पहले 7,386.99 करोड़ रुपये के मुकाबले 8,743.22 करोड़ रुपये रहा।
निदेशक मंडल ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 10 रुपये मूल्य वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर पर 3.50 रुपये का अंतरिम लाभांश भी मंजूर किया।
फाइलिंग में कहा गया है, “बोर्ड ने आरईसी पावर डेवलपमेंट एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड (“आरईसीपीडीसीएल”), आरईसी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी खावड़ा II-डी ट्रांसमिशन का नाम रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज से हटाने पर भी ध्यान दिया है।”
कंपनी ने कहा कि कंपनी अधिनियम 2013 के प्रावधानों के अनुसार कंपनी विघटित हो गई है और अब यह आरईसीपीडीसीएल और आरईसी की सहायक कंपनी नहीं रह गई है।
विद्युत मंत्रालय के अधीन आरईसी, देश में बुनियादी ढांचा परिसंपत्तियों के निर्माण के लिए राज्य, केंद्र और निजी कंपनियों को दीर्घकालिक ऋण और वित्तपोषण प्रदान करता है।