आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स का पहली तिमाही का परिणाम: शुद्ध लाभ 5% बढ़कर 140 करोड़ रुपये हुआ
कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि उसने पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-जून तिमाही में 134 करोड़ रुपये का कर-पश्चात लाभ (पीएटी) दर्ज किया था।
समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की कुल आय बढ़कर 1,972 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 1,745 करोड़ रुपये थी, जो 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करती है।
कंपनी को सरकार द्वारा पीपीपी (सार्वजनिक निजी भागीदारी) परियोजनाओं पर निरंतर ध्यान दिए जाने तथा इस क्षेत्र में आने वाले कई अवसरों के कारण आगे भी विकास की उम्मीद है।
वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में कंपनी का टोल संग्रह 1,556 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 24 की इसी तिमाही में 1,183 करोड़ रुपये था।
कंपनी के बोर्ड ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 0.10 रुपये प्रति इक्विटी शेयर का अंतरिम लाभांश भी घोषित किया है। लाभांश भुगतान के लिए रिकॉर्ड तिथि मंगलवार, 20 अगस्त, 2024 है।
आईआरबी राजमार्ग क्षेत्र में भारत की पहली एकीकृत अवसंरचना कंपनी है।
भारत में सबसे बड़े एकीकृत निजी टोल सड़कों और राजमार्गों के बुनियादी ढांचे के विकासकर्ता के रूप में, आईआरबी के पास 12 राज्यों में 80,000 करोड़ रुपये से अधिक की परिसंपत्ति है।